What is Two Step Verification | दुहरा चरण प्रमाणीकरण क्या है | Explain two Step Verification
दुहरा चरण प्रमाणीकरण क्या है ?
टू स्टेप वेरिफिकेशन को दुहरा चरण प्रमाणीकरण भी करते है, यह बहुत जरुरी है यदि आप इन्टरनेट की दुनिया में सैर करना चाहते है, क्योकि यही है जिसपर आप भरोसा कर सकते है,
इन्टरनेट कभी न ख़त्म होने वाली अन्तरिक्ष जैसी है जिसपर आप सफ़र करते है तो आप को उठने का मन नहीं करता,
लेकिन यहाँ पर आप को एक बात समझ लेनी चाहिए की इन्टरनेट की दुनिया सफ़र करने से पहले हमें ये निश्चय कर लेना चाहिए की हम शुरक्षित है या नहीं |
आप अपने अकाउंट की सुरक्षा सेटिंग में जाकर दुहरी चरण प्रमाणिकता को शुरू कर लेना चाहिए |
Two step वेरिफिकेशन कैसे कार्य करता है ?
इसमें आपको अपनी यूजर नाम और पासवर्ड के साथ एक अलग प्रकार का वेरिफिकेशन देना होता है जो आपको फ़ोन, ईमेल, मोबाइल वेरिफिकेशन , या OTP द्वारा उस सेवा प्रदाता द्वारा भेजा जाता है |
Two Step वेरिफिकेशन कितने प्रकार का होता है ?
इसको हम अपने जरुरत के हिसाब से या प्रदाता के वेरिफिकेशन मोड के आधार पर, जो निम्न प्रकार का हो सकता है |
1. OTP वेरिफिकेशन
2. फ़ोन वेरिफिकेशन
3. Athenticator Apps
4. Letter वेरिफिकेशन
1. OTP वेरिफिकेशन क्या है ?
इसमें जब भी आप लॉग इन करते है, तो आपके रजिस्टर नंबर पर OTP (One Time Password ) प्राप्त होता है, उस OTP को आप डाल कर लॉग इन कर सकते है |
2. फ़ोन वेरिफिकेशन लॉग इन क्या है ?
इस वेरिफिकेशन में आपके रजिस्टर फ़ोन पर notification मिलता है जिसमे आपसे पूछा जाता है की आपकी ID पर लॉग इन किया जा रहा है यही आप ही लॉग इन कर रहे है तो yes दबाये अन्यथा no दबाये, इसमें आप yes कर देंगे तो लॉग इन हो जायेगा no करेंगे तो वह लॉग इन fail हो जायेगा |
साथ ही आपको एक मेल भी मिल जाता है जिससे आप को पता चल जाता है की कोई आप की ID पर लॉग इन करने का प्रयास किया है |
3. Authenticator app क्या है ?
इस प्रमाणिकता में आपके प्रमाणिकता app पर दिखाया गया कोड डालना होता है जो हर 30 सेकंड या 1 मिनट में बदलता रहता है |
इसको रजिस्टर करने के लिए आपको अपने अकाउंट की सुरक्षा सेटिंग में जाना होता है, वहां two स्टेप वेरिफिकेशन सेटिंग में आप authenticator app को चुनते है तो आपको एक QR स्कैन करना होता है अपने authenticator app से फिर आपके authenticator app में आपका अकाउंट ऐड हो जाता है, फिर authenticator app में दिख रही कोड को अकाउंट में verify कर के सबमिट करते ही आपका authenticator app रजिस्टर हो जाता है, उसके बाद जब कभी भी आप लॉग इन करते है two स्टेप वेरिफिकेशन में authenticator app को चुन कर verify कोड डाल कर आप आसानी से लॉग इन कर सकते है |
4. Letter वेरिफिकेशन क्या है ?
लैटर वेरिफिकेशन या एड्रेस वेरिफिकेशन बहुत कम होता है, जो लोग गूगल adsense से जुड़े हुए है उनको पता है आपके adsense के एड्रेस को verify करने के लिए गूगल hedqurter द्वारा आपको लैटर भेजा जाता है जिसपर एक कोड लिखा होता है, वोही कोड आपको adsense की अकाउंट को verify करने के लिए किया जाता है यह ONE time ही होता है|
टू स्टेप वेरिफिकेशन के क्या लाभ है ?
हम सभी जानते है इन्टरनेट से कोई भी पूरी तरह सुरक्षित नहीं है, लेकिन आप इस सुविधा का लाभ लेकर आप खुद को काफी हद तक सुरक्षित रख सकते गई , आप की ID के हैक होने का खतरा कम हो जाता है, पासवर्ड शेयरिंग का भी डर नहीं रहता, यह वेरिफिकेशन आपको हर प्रकार से सुरक्षित रखता है और loss से आपको बचाता है |
टू स्टेप वेरिफिकेशन के नुकसान या हानि ?
वैसे तो two स्टेप वेरिफिकेशन का कोई नुकसान नहीं है जबकि आपके अकाउंट को हर प्रकार से सुरक्षा ही देता है लेकिन मान लीजिये आपका फ़ोन खो गया और आपका रजिस्टर नंबर के साथ आपका Authenticator app भी खो गया तो उस कंडीशन में आप को लॉग इन करने में समस्या आ सकती है |
इससे बचने के लिए Authenticator app और आपका रजिस्टर नंबर दोनों अलग फ़ोन में रखना चाहिए जिससे एक फ़ोन चोरी होने की समस्या में दुसरे फ़ोन से लॉग इन हो जाए |
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